69+ Shayari for love in hindi | लव शायरी हिंदी में

Shayari for love in hindi

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सफर वही तक जहाँ तक तुम हो,
नज़र वही तक जहाँ तक तुम हो,
वैसे तो हज़ारों फूल खिलतें हैं गुलशन में मगर,
खुशबू वही तक जहाँ तक तुम हो।

मेरे बजूद में काश तू उतर जाए,
मैं देखूं आईना और तू नज़र आये,
तू हो सामने और ये वक्त ठहर जाए,
और ये जिंदगी तुझे देखते हुए गुज़र जाए।

नज़रो को तेरे प्यार से इंकार नही है,
अब मुझे किसी और का इंतज़ार नही है,
मैं खामोश हूँ तो वो वजूद है मेरा,
लेकिन तुम ये न समझना मुझे तुमसे प्यार नही है।

क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक दिन का भी इंतज़ार दुष्वार हो जाता है,
अपने भी लगने लगते हैं पराये,
जब एक अजनबी पर एतवार हो जाता है।

मैं यूँ मिलूँ तुझसे की तेरा लिबास बन जाऊँ,
तुझे बना कर समंदर खुद प्यास बन जाऊँ,
आज पहलू में टूट कर बिखर जाऊँ,
कल को शायद मुमकिन नही हो मैं तुझको पाऊँ।

मीठी मीठी यादे पलकों पे सजा लेना
एक साथ गुज़ारे पल को दिल में बसा लेना
नज़र ना आऊं हकीकत में अगर
मुस्कुरा कर मुझे सपनो में बुला लेना।

मैं बन जाऊं रेत सनम,,
तुम लहर बन जाना…
भरना मुझे अपनी बाहों में
अपने संग ले जाना..!!

जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर,
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर।

जब तलक तेरा सहारा है मुझे,
गहरा पानी भी किनारा है मुझे,
ना भी चमके तो कोई बात नही,
तू तो वैसे भी सितारा है मुझे।

मुसाफर इश्क़ का हूं मैं
मेरी मंज़िल मुहब्बत है,
तेरे दिल में ठहर जाऊं
अगर तेरी इजाज़त है।

मिल जाओ ऐसे जैसे अंधेरे से
उजाले,, में सवेरा हो जाऊं,,
बस जाओ मुझ में रूह बन
कर,, में सुनहरा हो जाऊं।।

अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है,
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है,
मेरे जज़्बात से वाकिफ है मेरी कलम भी,
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है।

हम आपकी हर चीज़ से प्यार कर लेंगे,
आपकी हर बात पर ऐतबार कर लेंगे,
बस एक बार कह दो कि तुम सिर्फ मेरे हो,
हम ज़िन्दगी भर आपका इंतज़ार कर लेंगे।

जान-ए-मन काम तो अच्छा है मोहब्बत लेकिन,
हमको इस काम के अंजाम से डर लगता है।

नहीं जो दिल में जगह तो नजर में रहने दो,
मेरी हयात को तुम अपने असर में रहने दो,
मैं अपनी सोच को तेरी गली में छोड़ आया हूँ,
मेरे वजूद को ख़्वाबों के घर में रहने दो।

किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई,
तेरे ख्याल का जलवा गुलाब जैसा है।

तेरे ख्याल में जब बेख्याल होता हूँ,
जरा सी देर को ही सही बेमिसाल होता हूँ।

तेरा ज़िक्र तेरी फ़िक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल,
तू खुदा तो नहीं फिर हर जगह क्यों है।

तुम्हारा ज़र्फ़ है तुम को मोहब्बत भूल जाती है,
हमें तो जिस ने हँस कर भी पुकारा याद रहता है,
मोहब्बत में जो डूबा हो उसे साहिल से क्या लेना,
किसे इस बहर में जा कर किनारा याद रहता है।

बेवजह हम वजह ढूंढ़ते हैं तेरे पास आने को,
ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को,
बुझती नहीं है प्यास मेरे इस प्यासे दिल की,
न जाने कब मिलेगा सुकून तेरे इस दीवाने को।

मोहब्बत क्या है चलो दो लफ़्ज़ों में बताते हैं, तेरा मजबूर करना और मेरा मजबूर हो जाना।

मोहब्बत एक खुशबू है हमेशा साथ रहती है, कोई इंसान तन्हाई में भी कभी तन्हा नहीं रहता।

होशवालों को खबर क्या…
बेखुदी क्या चीज़ है…
इश्क कीजिये…फिर समझिये…
ज़िन्दगी क्या चीज़ है!

तू यकीन करें या ना करें…|तेरे साथ से मैं सवर गई…| तेरे इश्क के जूनून मे……मैं सारी हदों से गुजर गई|

बंद कर दिए हैं हमने तो दरवाजे इश्क के पर कमबख़्त तेरी यादें तो दरारों से ही चली आई||

इश्क की गहराईयों में.. खूबसूरत क्या है!! एक मैं हूँ, एक तुम हो और ज़रुरत क्या है!!

मैं भी हुआ करता था वकील इश्क वालों का कभी!! नज़रें उस से क्या मिलीं आज खुद कटघरे में हूँ!!

काश तुम पूछो के तुम मेरे क्या लगते हो,मे गल्ले लगाऊँ और कहु…”सब कुछ”|

उस चांद को बहुत गुरूर है,
कि उसके पास नूर है।
अब मैं उसे कैसे समझाऊं,
मेरे पास कोहिनूर है।

इन आंखों में जो तस्वीर है वो तेरी है,
दिल की हर धड़कन बस तेरी है,
नहीं चाहिए सारे जहां की खुशियां मुझे,
खुदा करे तुझे मिल जाए,
वह सारी खुशियां जो मेरी है।

ख्वाहिश इतनी है कि कुछ
ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो
बस तू मेरे करीब हो।

मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही तो मैं हूँ, मेरी पहचान हो तुम,
मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहान हो तुम।

मेरी जिंदगी में सारी खुशियाँ तेरे बहाने से है,
आधी तुझे सताने से है,
आधी तुझे मनाने से है।

माना की हम लड़ते बहुत है,
मगर प्यार भी बहुत करते है,
हमारे गुस्से से नाराज़ न हो जाना,
क्योंकि गुस्सा ऊपर से और
प्यार दिल से करते है।

मुझे तेरा साथ ज़िन्दगी भर नहीं चाहिए,
बल्कि जब तक तू साथ है,
तब तक ज़िन्दगी चाहिए।

सफर वही तक जहाँ तक तुम हो,
नज़र वही तक जहाँ तक तुम हो,
वैसे तो हज़ारों फूल खिलतें हैं गुलशन में मगर,
खुशबू वही तक जहाँ तक तुम हो।

बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी बात होती है,
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।

आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए,
एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके,
लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।

किसी न किसी को किसी पर एतवार हो जाता है,
एक अजनबी सा चेहरा ही यार हो जाता है,
खूबियों से ही नही होती मोहब्बत सदा,
किसी की कमियों से भी कभी प्यार हो जाता है।

दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।

ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी,
तकलीफ दे मगर सुकून भी उसी,
की बाहों में मिलता है !

कुछ हदें हैं मेरी कुछ हदें हैं तेरी !
लेकिन दायरों में भी इश्क़ होता है !

हम तुम मिलकर सुकून की जिंदगी ढूंढेंगे,
तुम खुद में मुझे ढूँढना,
हम खुद में तुझी को ढूँढेंगे

ख्वाहिश इतनी है कि कुछ,
ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो,
बस तू मेरे करीब हो

माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!

तालाब ये की तुम मिल जाओ,
हसरत ये की उम्र भर के लिए।

कलम लिख नहीं सकती,
मेरे दिल के फ़साने
मुझे तुझसे मोहब्बत है,
तेरे दिल की खुदा जाने।।

हम इश्क़ के उस मुकाम पर खड़े है जहाँ,
दिल किसी और को चाहे तो गुन्हा लगता है।

ना वो हमसे कहते है,
ना हम उनसे कहते है,
पर दोनों के दिलो में,
दोनों रहते है…।

तुम हकीकत हो या फरेब मेरी आँखों का,
न दिल से निकलते हो न जिंदगी में आते हो।

चमका न करो जुगनू की तरह रात को,
ले जाउंगा मुट्ठी में किसी रोज़ छुपा कर।

मेरे प्यार की पहचान तू ही तो है,
मेरे जीने का अरमान तू ही तो है,
कैसे बयान करे आलम इस दिल का,
मेरी आशिकी मेरी जान तू ही तो है।

दिल की धड़कन और मेरी सदा है तू,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू,
चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू।

वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो…

याद ऐसे करो की हद्द न हो,
भरोसा इतना करो कि शक न हो,
इंतज़ार इतना करो कि कोई वक़्त न हो,
प्यार ऐसे करो की कभी नफरत न हो…

कुछ अलग ही करना है
तो वफ़ा करो मेरे दोस्त,
मज़बूरी का नाम लेकर
बेवफाई तो हर कोई करता है…

काश वो मुझे सीने से लगाकर,
मेरी सारी शिकायत दूर कर दे…
मैं सिर्फ उनका हो जाऊं
मुझे वो इतना मजबूर कर दे…..

हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करतें हैं,
एक वो हैं जिन्हें ये सबकुछ मजाक लगता है…

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