Koi baat nahi shayari | कोई बात नहीं शायरी

koi baat nahi shayari

koi baat nahi shayari hindi | koi baat nahi karta shayari | chalo koi baat nahi shayari

कोई बात नहीं जो होता है अच्छा होता है
मगर हां एक बात कहूंगा
मोहब्बत में दिल टूटता वही है जो सच्चा होता है

कोई बात नहीं तुम्हारा मन लगना चाहिए मेरे मन का क्या है
तुम जाओ अब तैयारी करो परसो तुम्हारा ब्याह है

कोई बात नहीं इश्क में ऐसा होता रहता है
माशूका सोती है आराम से आशिक अकेला रोता रहता है

बस दिल परेशान है थोड़ा और कोई बात नहीं
क्योंकि आज हमारी फिर से उनसे होती बात नहीं

कोई बात नहीं वो हमारे नहीं हुए तो क्या हुआ हम तो उसी के हैं
और हम रो थोड़े ही रहे हैं वो खुश है हमारे बिना हमारे ये आंसू खुशी के हैं

कभी किसी से बात करने की आदत #मत डालना,
क्यों की अगर वो #बात करना बंद कर दे तो,
दुबारा जीना #मुश्किल हो जाता है यार।

मंजिल पाना तो बहुत #दूर की बात है,
गुरूर में रहोगे तो #रास्ते भी न देख पाओगे

जिस #शाम बरसते है तेरी याद के #बादल,उस वक्त कोई भी हिजर का ”तारा” नहीं होता ,यु ही मेरे पहलु मैं चले आते हैं अक्सर_वो दर्द जिन्हे मैने कभी #पुकारा नहीं होता.

कितनी #अजीब बात है की
जब हम गलत होते है तो #समझौता चाहते हैं,
और ‘दुसरे’ गलत होते है तो हम “न्याय” चाहते हैं

रूबरू होने की तो छोङिये, लोग ”गूफ्तगू” से भी कतराने लगे हैं…
गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते, अपनी ‘हैसियत’ पर इतराने लगे हैं

कुछ तो #ख्याल करो अपना कोई #गम ना करो
तुम शोख “जवानी” पर कुछ तो रहम करो

जिन रिश्तो में अपनेपन
का एहसास ना हो तो
उनसे दूर रहना ही अच्छा है.!!

उनसे बिछड़ कर रो ना सकी
तो मैंने इस दिल को ही दर्द दिए..!

जो हमसे बात नही करते
वो सफर में साथ भी चले तो
उस रिश्ते की डोर कच्ची ही रहती है..!

तेरी यादें मुझे हर वक्त सताने लगी है
इसलिए टूटे दिल में खामोशी छाने लगी है..!

तुमसे इश्क करके हम बर्बाद हो गए
तुम्हे पाने के लिए हम अपनो से दूर हो गए..!

चलता रहा में रात भर
बस तेरी ही तलाश में
मिल जाए तू कही भी
बस इतनी सी आस में..!

तुम हो नही अब पास मेरे
मेरा दिल फिर भी हर
पल तुम्हे याद करता है..!

बात यह नही कि अब मैं पास नही
बात यह है कि अब
मैं उन्हे खास नही..!

जख्म जिंदगी से मिला जब भी कूरेदोगे
ताजा निकलता है इम्तिहान पूरा हो गया
हर ख्वाहिश का जनाधा निकलता है..!

मैं अक्सर गहरी बात कहता हूं
मैं अक्सर तेरी बात कहता हूं
पर पलट जाता हूं मैं जब कोई
मुझसे इश्क की बात करता है..!

कई रातो के बाद
आज की रात आई है
मेरे महबूब ने मुझसे बात
ना करने की कसम खाई है..!

एक बात मुझे
अब सबसे कहनी है
इस जिंदगी को अब
अपने अंदाज़ से जीनी है..!

कोई बात नहीं है मैं रह लूंगा अकेला, समझा लूंगा अपने आप को, मेरा #दिल एक खिलौना था…जिसके #संग सिर्फ तुम न खेला था…

उम्र सारी दो हिस्सों में बंट गई
आदि गुजरी ख्वाहिशों में
और आदि अफसोस में कट गई..!

तुम #सिर्फ मैंने जब इतनी सी बात बोली, तो इतनी #ज्यादा नाराज हो गई कि जाने की बात कर रही हो…

कोई बात नहीं टूट गया ना मेरा #दिल जोड़ लूंगा और अगर नहीं जोड़ पाया तो #खुद को कफ़न से ओढ़ लूंगा…

बदले हुए लोगों# के बारे में तुम्हें क्या कहूं #दोस्तों मैंने अपने ही #प्यार को किसी और का होता हुआ देखा है फिर भी…कोई बात नहीं

कोई बात नहीं है जो होता है #अच्छा ही होता है लेकिन यह जरूर सही है कि #मोहब्बत में सच्चे दिल ही टूटते हैं…

कोई बात नहीं…अब आप हमारे #साथ नहीं रहना चाहते हैं ना हमसे #दूर जाना चाहते हैं ना तो जाओ 1 मिनट भी अब हमारे #पास मत रहना

रोते हुए को हसाने की क्या सजा पा गया,
मेरी जिंदगी की खुशी उसको मिली,
और उसकी जिंदगी का हर गम,

मेरे हिस्से आ गया.

कुछ दिन बात ना करने से कोई बेगाना
नहीं होता कोई भी दोस्त इतना पुराना
नहीं होता दोस्ती में गिले-शिकवे तो चलते
रहते हैं पर इसका मतलब दोस्तों को

भुलाना नहीं होता..

सुना है वो जाते हुए कह गये, के अब
तो हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे,
कोई कह दे उनसे के वो वादा कर ले,
हम जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे..

बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी
बात होती है,वो हजारो रातों में वो एक
रात होती है,जब निगाहें उठा कर देखते हैं
वो मेरी तरफ,तब वो ही पल मेरे लीये पूरी
कायनात होती है।.

दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने,
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने,
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में,
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने।…

औरत की इज्जत करो, इसलिए नहीं
की वो औरत है बल्कि ये साबित करने
के लिए कि आपकी परवरिश एक
अच्छी माँ ने की है.

कितना फर्क हैं ना हम दोनो की चाहत में..
मुझे तुम्हे याद करने से फुर्सत नही और
तुम्हे मुझे याद करने की फुर्सत नही।.

कितना भी दुनिया के लिए हँस के
जी लें हम,रुला देती है फिर भी
किसी की कमी कभी-कभी।

कितना फर्क हैं ना हम दोनो की चाहत में
मुझे तुम्हे याद करने से फुर्सत नही और
तुम्हे मुझे याद करने की फुर्सत नही।

कॉल नहीं कर सकता
संदेश नहीं दे सकता
लेकिन मैं एक काम कर सकता हूँ
मैं तुम्हें याद कर सकता हूँ !

अरे कैसी मेरी मजबूरी है call
भी नहीं कर सकता
दिल में दर्द बोहोत है लेकिन रो
भी नहीं सकता !!

जब अपना मतलब पूरा हो जाता हैं
तो अक्सर लोग दूसरे शक्श से बात करना बंद कर देते है।

नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने
ही किरदार पे
अगर में तेरे हि अंदाज मे
तुझसे बात करुं !!

रोते हुए को हसाने की क्या सजा पा गया,
मेरी जिंदगी की खुशी उसको मिली,और
उसकी जिंदगी का हर गम,मेरे हिस्से आ गया.

तूने ही लगा दिया इलजाम-ए-बेवफाई,
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी।

कभी किसीसे बात करने की आदत मत डालना क्यों की
अगर वो बात करना बंद कर दे तो दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है

पहले चाहे सुबह हो या श्याम हर वक्त उनका Call आता रहता था,
पर अब एक Mesaage करने में भी उन्हें बहुत जोर पड़ता है।

वह बहुत भोला है, कृपया उसे समझाएं
बात ना करने से प्यार कम नहीं होता !

कितनी अजीब बात है की
जब हम गलत होते है तो समझौता चाहते हैं,
और ‘दुसरे’ गलत होते है तो हम “न्याय” चाहते हैं

मैं अब प्यार भी नहीं करता
जब वे बात नहीं करते
हम कराहते रहते हैं
वे खेलों का जवाब नहीं देते !

मोहब्बत का कोई कसूर नहीं ,उसे तो मुझसे रूठना ही था ,दिल मेरा शीशे सा साफ़,और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था.

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह,हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ ,ना तुम समझ सको कयामत तक,कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है .

तेरा उल्फत कभी नाकाम न होने देंगे,तेरी दोस्ती कभी बदनाम न होने देंगे ,मेरी ज़िंदगी मैं सूरज निकले या न निकले,तेरी ज़िंदगी मैं कभी शाम न होने देंगे .

जिस शाम बरसते है तेरी याद के बादल,उस वक्त कोई भी हिजर का तारा नहीं होता ,यु ही मेरे पहलु मैं चले आते हैं अक्सर,वो दर्द जिन्हे मैने कभी पुकारा नहीं होता.

जहां कदर ना हो वहां रहना और बात करना फिजूल है
चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल।

प्यार वो जो जज्बात को समझे मोहब्बत वो जो एहसास को समझे

मिल तो जाते हैं बहुत अपना कहने वाले पर अपना तो वो है जो बिना कहे हर बात को समझे।

कभी-कभी पत्थर की ठोकर से भी कुछ नहीं होता

तो कभी-कभी छोटी सी बात भी इंसान को अंदर तक बिखेर देती है।

बात न करने की शायरी

छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना

जिसकी खुद मर्जी ना हो बात करने की उससे जबरदस्ती क्या करना।

जितना प्यार तेरी बातों में था,

काश तेरे दिल में भी होता।

प्यार में बात नहीं करने की शायरी

जब आप बात नहीं करते तो बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं

जो अनकही रह जाती हैं ।

जहां कदर ना हो वहां रहना और बात करना फिजूल है

चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल।

कभी-कभी पत्थर की ठोकर से भी कुछ नहीं होता

तो कभी-कभी छोटी सी बात भी इंसान को अंदर तक बिखेर देती है।

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