अल्लाह दुआ शायरी-चाँद निकलेगा तो लोग दुआ मांगेंगे, हम भी अपने मुकद्दर का लिखा मांगेगे, हम तलबगार नहीं दुनिया की दौलत के, हम रब से सिर्फ आपकी वफा मांगेगे!!
अल्लाह दुआ शायरी | दुआ शायरी हिंदी में (2023)
लौट आती है हर बार दुआ मेरी खाली, जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है!!
हमारे सब्र का इम्तिहान न लीजिये, हमारे दिल को यूँ सजा न दीजिये, जो आपके बिना जी न सके एक पल, उन्हें और जीने की दुआ न दीजिये!!
उसके हक मे हर रोज मैं दुआ पढता हूँ, उसकी हर दुआ कुबूल हो बस उस रब से यही दुआ करता हूँ!!
कुछ इस तरह मेरी दुआ कबूल हो जाये, ऐ खुदा मेरी इबादतों का हक अदा हो जाये, तुम खड़े हो जिस मजिल की तलाश में, वो मंजिल तुम्हारे सामने आकर खडी हो जाये!!
दुआ मांगते चलो वतन के लिए, बरकत खुशहाली अमन के लिए!!
जब भी हाथ उठा कर दुआ मांगते हैं
तेरी ही खुशी बेइंतहा मांगते हैं !
खुदा से इतनी सी रजा है मांगी
तेरी सलामती की दुआ है मांगी !
दुआ करो वो मुझको मिल जाए यारों सुना है
दोस्तों की दुआओं में फरिश्तों की आवाज होती है !
दुआ तो उनकी भी नहीं कबूल है जिसके दिल में गुबार हो
मेने तो पूरी दुनिया की नफरत अपने दिल में बसा रखी हैं !
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत
यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !
हमसे भी पूछ लो कभी हाल ए दिल हम
भी कभी कह सके की दुआ है आपकी !
जो लोग दूसरो को अपनी दुआओं में शामिल करते हैं
खुशियां सब से पहले उन्हीं के दरवाजे पे दस्तक देती है !
हवाई अगर मौसम का रुख बदल सकती हैं तो
दुआएं भी मुसीबत के पल बदल सकती है !
पानी हमेशा शांत बहता था
उसे लहर कर दिया
देते है दुआ जिसे उसने ही
दवा को जहर कर दिया.!
दुआ मांगते चलो
वतन के लिए
बरकत खुशहाली
अमन के लिए..!
दिल रहे साफ और
लबो पर हंसी रहे रब
सबकी जिंदगी में खुशी रहे..!
उसके हक़ मे हर रोज
मैं दुआ पढता हूँ,
उसकी हर दुआ कुबूल हो बस
उस रब से यही दुआ करता हूँ।
दुआ मुकम्मल हो या
आसमाँ में कहीं खो जाए,
मैं खुदा नहीं बदलूँगा,
इतना वादा है।
इस रमजान मेरी एक
दुआ कबूल हो जाए
मेरी धड़कन तेरी तेरे
दिल से जुड़ जाए..!
सोचता हुँ दुआ में
उन्हें मांग लूँ ,
लेकिन वो तो और किसी
का होना चाहते हैं।
मेरी दो पल की
जिंदगी में मेरे लिए
पल-पल दुआएं
कोई और मांग रहा है..!
कोई भी अब मुझसे
मिलने की दुआ ना करना
सूख गए जो जख्म उनको
अब हरा ना करना..!
कैसे माँगूँ उसे
दुआओं में अपनी
दुआओं में खुदा
थोड़ी न माँगा जाता है।
मन्नत मांग कर लौट
रहे थे हम मंदिर से,
रास्ते में तुम मिल गई
और दुआ कबूल हुई।
दुआ का कोई रंग नहीं होता
मगर यह रंग ले आती है
दुआ में दोस्तों की खुशियां मांगता हूं
उन्हें खुश देखकर मैं खुश होना जानता हूं !
दुआएं मिल जाए यही काफी है दवाएं तो
कीमत अदा करने पर भी मिल जाती है !
तेरी ही दुआओं से
है रोशन ये ज़िन्दगी मेरी,
ना मिले खुदा तो भी
है जन्नत ये ज़िन्दगी मेरी।
रब से मांगी थी
मैंने वो दुआ हो तुम,
मेरी हर शाम का आखिरी और
हर सुबह का पहला ख्याल हो तुम।
तुम्हारे प्यार की दास्तान हमने अपने दिल मे लिखी है, ना थोड़ी ना बहुत बे-हिसाब लिखी है, किया करो कभी हमें भी अपनी दुआओं मे शामिल, हमने अपनी हर एक साँस तुम्हारे नाम लिखी है
मुझे मांग ले दुआ में ए मेरे सनम, मैं जी नहीं सकता अब तुम्हारे बिना.
तिनका सा मैं और समुन्दर सा इश्क़ !!डूबने का डर और डूबना ही इश्क़ !! नशे की आदत तेरी आँखों ने लगायी है !!वरना हम भी कभी होश में जिया …
और बेशक अल्लाह ताला के फैसले
हमारी ख्वाहिश और आरज़ू से बेहतर होते है।
मेरा इश्क़ ले गया मुझे मेरे अल्लाह के करीब,
तुझे पाने की ज़िद्द में मेने सजदे बढ़ा दिए।
मैं जब भी गिड़गिड़ाता हूँ,
तो ऐसा लगता है की मेरा अल्लाह मेरे पास बैठे है
और मेरे दर्द को सुन रहे है।
इसबार फिर से मोहब्बत की है,
और यकीनन इसबार उम्मीद नहीं टूटेगी,
क्युकी इस बार इंसान से नहीं,
अल्लाह से मोहब्बत की है।
जो बंदा किसी को माफ कर देता है, अल्लाह उसके बदले उसकी इज्जत बढ़ा देते हैं।
जिस घर में अल्लाह का जिक्र होता है उस घर में सुकून मोहब्बत बरकत और रहमत बरसती है।
उम्मीदें जब टूटती है तो तब बहुत तकलीफ होती है, लेकिन यह भी सच है हर टूटी हुई उम्मीद हमें हमारे रब से जोड़ती है।
दुनिया में कोई इतनी शिद्दत से किसी का इंतजार नहीं करता जितना अल्लाह अपने बंदे की तौबा का इंतजार करते हैं।
जिंदगी के हर मोड़ पर जहां इम्तिहान होते हैं वही अल्लाह की मदद भी मौजूद होती है।
जिस शख्स की नियत अच्छी होती है अल्लाह उसकी Rizq में इजाफा कर देता है।
तुम नमाज कायम करो अल्लाह तुम पे अपनी रहमत कायम करेंगे।
अगर तुम एक सफल जिंदगी चाहते हैं तो अपने मां बाप की इज्जत और देखभाल करो।
वह दिन कभी मत दिखाना मेरे मालिक कि मुझे अपने आप पर गुरुर हो जाए, रखना मुझे सब के दिलों में की हर कोई दिल से दुआ दे जाए।
हवा अगर मौसम का रुख बदल सकती है तो दुआएं मुसीबत के पल बदल सकती है।
दुआओं का कोई रंग नहीं होता लेकिन जब यह रंग लाती है तो जिंदगी रंगों से भर जाती है।
अगर तुम एक सफल जिंदगी चाहते हैं तो अपने मां बाप की इज्जत और देखभाल करो।
वह दिन कभी मत दिखाना मेरे मालिक कि मुझे अपने आप पर गुरुर हो जाए, रखना मुझे सब के दिलों में की हर कोई दिल से दुआ दे जाए।
हवा अगर मौसम का रुख बदल सकती है तो दुआएं मुसीबत के पल बदल सकती है।
दुआओं का कोई रंग नहीं होता लेकिन जब यह रंग लाती है तो जिंदगी रंगों से भर जाती है।
सर झुकाने से सुकून मिलता है,
इबादत से चेहरे पे नूर खिलता है,
कोई खाली नहीं लौटा,
कभी आपके दर से,
वो अल्लाह ही है जो हर दुआ क़ुबूल करता है।
ऐसी अज़मत है मेरे रब की,
उसकी इबादत सुकून और
उसपर भरोसा हिम्मत देता है।
अल्लाह पर भरोसा रखो,
जिस से वो मोहब्बत करता है,
उसी का इम्तेहान भी लेता है।
दुनिया की ठोकरों से एक सबक तो सीख लिया है,
की हर मुश्किल का हल सजदा-ए-खुदा में छुपा है।
अल्लाह ताला फरमाते है की ए मेरे बन्दे!
आज तू मेरे थोड़े दिए पर राजी हो गया,
तो कल में तेरे थोड़े आमलों पर राज़ी हो जाऊंगा।
कोई रहे ना रहे तेरी मोहब्बत का सहारा रहे, तेरे इश्क मे डूबा हमेशा ये दिल हमारा रहे, सारे गम मेरे हो खुशियाँ तुम्हारी, दुआ ये है मेरी आँखों में सदा चेहरा तुम्हारा रहे
क़ुरान के होते हुए इंसान है परेशां,
यही किस्सा देख कर के तो खुश है, शैतान।