नीच लोगों पर शायरी | Neech log per shayari

स्वार्थी, मतलबी, घटिया लोगों पर शायरी, स्टेटस व कोट्स-जो दूसरों को नीचा दिखाते हैं,वही लोग नीच कहलाते है.लोगों की नीचता देख डर जाती हूँ,लोग नीच होते जा रहे हैं मैं इसलिए घबराती हूँ

Neech log per shayari

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कोई कितना भी अमीर हो जाये चाहे अगर
सोच नीच है तो एक दिन नीचे गिर जाता है
जो पैसों के गुमान पर किसी को नीचा दिखाता है
भगवान उसे खुद नीचे लेकर आता है.

घटिया लोगों की एक खासियत होती है वो आपके मुँह के आगे आपकी जी हुजूरी करते हैं और आपके पीठ पीछे आपकी बुराई करते हैं।

जो दोस्त खुद को उठाने के लिए दोस्त को गिरा दे उससे नीच इंसान दूसरा और कोई नहीं।

दुनिया इतनी घटिया है की अगर इंसान गिर जाता हैं तो उसे उठाने कोई नहीं आता पर अगर कोई मजबूर हो जाए तो उसका फायदा उठाने वाले लाखों है।

घटिया इंसान की सोच ही नहीं आँखें भी खराब होती है क्यूंकि घटिया आदमी को हर आदमी घटिया नज़र आता है।

किसी को नीचा दिखा कर जो खुद को बड़ा दिखाता है सही मायनों में उससे नीच इंसान और कोई नहीं होता है।

चाहे ओढ़ ले लाख लिबाज़ इज़्ज़तदारी के घटियापन कभी छुपाए नहीं छुपता।

ना त्योहारों पर मिलते हैं ना मुसीबतों पर मिलते हैं कुछ घटिया लोग सिर्फ मतलब पर मिलते हैं।

दवाओं की कमी है रोगों की कमी नहीं है, ये दुनिया है साहब यहाँ घटिया लोगों की कमी नहीं है।

आराम की नींद सो जाते है कई लोग दूसरों को झूठे ख़्वाब दिखा कर, बीच मझदार में ही छोड़ जाते है कुछ लोग अपनी औकात दिखा कर।

हम सोच भी नहीं सकते कुछ लोगों की सोच कितनी घटिया होती है।

पड़ती है जरूरत तो मुंह पर
बेशर्मी का लिबास डाल लेते हैं 😔
मतलब निकालने के लिए लोग
रिश्ते तक निकाल लेते हैं

पहचान तब तक नहीं होती
जब तक कोई नुकसान नहीं होता 😔
घटिया इन्सान का अपना
कोई ईमान नहीं होता

बुरे वक़्त में जो लोग
अपना हाथ खींच लेते हैं 😩
वही घटिया लोग हमें
जीने की सीख देते हैं

घटिया तेरा सोच
उससे घटिया तेरा औक़ात है
हैवानियत है तुझमें
ना ही इंसानियत वाली बात है
जिस्म से खेलना और
मासूमों को नोच के खाना
क्या यही तेरा हयात का फरहात है

नफ़रत की एक बूंद ही
सारा माहौल बदनुमा कर गई
जहाँ से आया है जहरीला जहर
वह दरिया कैसा होगा

घटिया आदमी कब तक पहचान छुपायेगा
मरना तुझे भी है तू भी ऊपर जायेगा
मतलब के लिए कितनो को सताएगा
घटिया इंसान कब तक तू खुद को बचाएगा

सस्ती चिंगम और घटिया लोग
शुरू में बहोत अच्छे लगते है

मोहब्बत के नशे में झूठे ख्वाब दिखा गई ,
मै क्या बताऊं कैसी थी उसकी अदायें ,
कमबख्त पानी में आग लगा गई ..!!

कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना
अगर कोई कुछ ना बोले तो तुम भी चुप मत रहना ।

ये चुप रहने की आदत बीमारी बन जाएगी
जब तुम बोलना चाहोगे आवाज नहीं आएगी।

उन मौन भरी चीत्कारों में अपना स्वर पहचानो
चुप्पी को कब चुप करना है इतना तो तुम जानो।

लोगों के पास में बातें हैं पर तुमको काम भी करना है
क्या करना है? कब करना है? ये तय भी तुमको करना है।

अगर तुम बातों में आओगे जीवन का स्वर लय खो दोगे
अपने दिल की जो सुनी नहीं गैरों की वरीयता जो दोगे।

उस इंसान से घटिया इंसान कोई और नहीं जो खुद को साफ़ साबित करने के लिए दूसरों पर कीचड उछलता हो।

घटिया लोगों की एक निशानी ये भी होती है की वो तभी आपके पास आते है जब उसके पास कोई काम आता है।

एक अच्छा इंसान कभी किसी को बुरा नहीं कहता और एक बुरा इंसान कभी किसी को अच्छा नहीं कहता।

जिसके खुद के किरदार के हाथ टूटे हुए है वो मेरे किरदार पर अब उँगलियाँ उठा रहे हैं।

इंसान इतना नीच हो चूका है की वो हर अपने से ऊपर जाने वाले इंसान को नीचे गिराना चाहता है।

घटिया इंसान वही है जो अच्छा है नहीं पर अच्छा होने का दिखावा करता है।

इंसान अपने कपड़ों से नहीं बल्कि कर्मों से अच्छा या नीच होता है।

आगे बढ़ने की सोच अच्छी सोच है मगर किसी को पिछड़ने की सोच रखना घटिया सोच है।

घटिया लोगो की सबसे बड़ी पहचान यह है
की उन्हें आप जितनी ज्यादा इज्ज़त दोगे वो
आपको उतनी ही ज्यादा तकलीफ देंगे

कुछ लोग दूसरों कि जिंदगी बर्बाद करके
ऐसे खुश होते हैं जैसा ये काम वो रोज़ करते हैं

एक गन्दा रिश्ता जिंदगी खराब कर देता है।
एक घटिया इंसान बदनामी करा देता है।

दिल कहता है तुझे तेरे कर्मों पे छोड़ दूं
पर मन कहता है तु मेरा गुनहगार है
फिर ये काम मैं ख़ुदा पे छोड़ दूं

कभी किसी को गालियां मत देना बेज़्जती
उसकी नहीं चीजो़ की होगी। जो गिरा था
वो गिरा सही घटिया होना उसकी फितरत होगी।

दुनिया इतनी घटिया है की अगर इंसान गिर जाता हैं
तो उसे उठाने कोई नहीं आता पर
अगर कोई मजबूर हो जाए तो
उसका फायदा उठाने वाले लाखों है।

एक इंसान के हाथ में हमने
अपना दिल थमाया था
उसने जिस्म पर नज़र रखकर
अपना घटिया किरदार दिखाया था

छोटी बातें करते हैं जो लोग,
चार पैसे में बिकते हैं जो लोग,
करते हैं नीचा दिखाने की कोशिश,
पता नहीं कहां से आते हैं ऐसे लोग।

दिल मे जगह वही बनाते हैं
जो शुरू में जन्नत
फिर ज़िंदगी को जहननुभ कर जाते हैं

एक शख्स को अपना दोस्त बनाया था
अपने भाई से ज्यादा उसको बताया था
लेकिन उस दोस्त ने मेरी दोस्ती का मान नहीं रखा
मेरे ही साथ रहकर उसने मेरी पीठ पर खंजर चलाया था

खुश हैं माँ-बाप को खफा कर के,
कुछ लोग गर्व में जी रहे हैं
घटिया पने की बेइन्तेहाँ कर के।

किसी का किसी के साथ किया गया टाइम पास
किसी के जिंदगी की रियल स्माइल छीन लेता है

समय पर परख लेना चाहिए स्वार्थी इंसान को,
वो मतलब के लिए नहीं छोड़ता बेजुबान को।खूबसूरत चेहरे के पीछे छिपा होता है मतलबी इंसान,
ऐसे लोगों को पहचानना नहीं होता आसान,
ये लोग अक्सर मीठी बातें करते हैं,
मौका पड़ने पर ही दिखा देते हैं अपनी पहचान।मतलबी लोगों को तो पहले चांद नजर आता है,
मतलब पूरा होते ही उस चांद में दाग नजर आता है।

कुछ लोग तस्वीर में साथ हंसकर फोटो खिंचवाते हैं ,
तकलीफ आने पर दूर-दूर तक नजर नहीं आते हैं।

चालाकियां करते-करते खो देते हैं रिश्ते सारे,
फिर कोई साथ नहीं देता जब मुश्किल में होते हैं प्यारे,
यही कहते बीत जाती है जिंदगानी सारी,
अब कोई साथ नहीं खड़ा होता हमारे।

विश्वास की डोर को चुटकियों में तोड़ जाते हैं,
घटिया लोग अपनों को बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं।रोता वही है जिसने महसूस किया है सच्चे रिश्ते को,
मतलब का रिश्ता रखने वालों की आंखों में न शर्म होती है न पानी।पीठ पीछे जो हमेशा करते हैं बुराई,
सीख लेनी चाहिए उनसे थोड़ी चतुराई,
क्या पता कब काम में आ जाए,
क्योंकि हर रिश्ते की नींव नहीं होती सच्चाई।

इस मतलबी दुनिया के हम कुछ यूं शिकार हो गए,
भरोसा करके हम अपनों के ही गुनहगार हो गए।

जिंदगी में कुछ लोगों को बर्दाश्त करना पड़ता है,
जब अपने हो जाए स्वार्थी तो उनसे भी लड़ना पड़ता है।

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